Saturday, 1 April 2017

केवल अवैध्य कत्लखानो पर ही प्रतिबन्ध क्यों लगना चाहिये ?

गौ-हत्या पर प्रतिबन्ध की बात करो तो अंध बिरोधी (खासकर अधर्मी हिन्दू) उन राज्यों (जैसे - गोवा, नागालैंड) की बात करने लगते हैं जहाँ पर गौ-हत्या पर प्रतिबन्ध नहीं है. दरअसल उन अधर्मियों का उद्देश्य उन राज्यों में गौ-हत्या को रुकवाना नहीं है बल्कि उनकी आड़ में प्रतिबंधित राज्यों से प्रतिबन्ध उठाने की मांग करना है.
ये लोग चाहते हैं कि उन राज्यों में प्रतिबन्ध लगाने में जो कानूनी और सामाजिक अडचने आयेगी, उनका लाभ उठाकर देश में अराजकता फैलाने का मौक़ा मिलेगा और इस अराजकता की आड़ में प्रतिबंधित राज्यों से प्रतिबन्ध उठाने में कामयाब हो जायेंगे. यह अंधबिरोधी चाहे जितनी भी कोशिश कर लें, इनको कामयाब नहीं होने दिया जाएगा.
उन अंध बिरोधियों को समझ लेना चाहिये कि - ऐसा कोई काम हडबडी में नहीं किया जाएगा जिसका लाभ उठाकर ये लोग अराजकता फैला सकें. इसीलिए अभी फिलहाल कोई नया नियम नहीं बनाने जा रहे है या कोई कानून में बदलाब नहीं कर रहे है. जहाँ जहाँ पहले से जो कानून मौजूद हैं, अभी केवल ही इस्तेमाल किया जाएगा.
सभी जानते हैं कि - नया नियम बनाना, उसको पास कराना, उनको लागू कराना, आदि कितना जटिल काम है इसीलिए यह अंधबिरोधी बार बार यह मुद्दा उठा रहे हैं कि किसी तरह से मामला टल जाये. आप खुद देखिये कि आज जब अवैद्ध कारखानों पर इतना बबाल किया जा रहा है तो वैद्ध कत्लखानो को बंद करने में कितनी मुश्किल होती.
सबसे पहले तो पिछली सरकार द्वारा बनाए गए "जज' उन वैद्ध कत्लखानों को "स्टे" दे देते और फिर प्रतिबन्ध को कई साल चलने वाली प्रिक्रिया में उलझा देते और इन वैद्ध कत्लखानो की आड़ में अवैद्ध गौ-हत्या का धंधा निर्बाध चलता रहता. इस लिए बहुत सोंच समझ कर केवल अवैद्ध कत्लखानो पर कार्यवाही शुरु की गई है. .
अभी केवल वहां-वहां हूँ अवैद्ध कत्लखानो पर कार्यवाही की जायेगी, जहाँ गौ हत्या पहले से ही प्रतिबंधित है. एक एक राज्य में सफलता प्राप्त कर आगे अन्य राज्यों की तरफ बढेंगे. जिन राज्यों में पहले से ही प्रतिबन्ध है पहले उन राज्यों में प्रतिबन्ध को लागू करने के बाद उन राज्यों की तरफ रुख किया जायगा जहाँ पर प्रतिबन्ध नहीं है.
उन राज्यों में पहले जागरूकता अभियान भी चलाना पडेगा और कानून में भी संशोधन करना पडेगा. इसकी भी तैयारियां चल रही है. हमें पूर्ण विशवास है कि हम पुरी तरह से गौ- रक्षा करने में कामयाब रहेंगे. अंध बिरोधी अराजक तत्व, अराजकता फैलाने की चाहे जितनी भी कोशिश कर लें इनको कामयाब नहीं देगे

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