पहले हमारा भारत बहुत विशाल था. सारा यूरोप और एशिया हमारा आर्यावर्त (भारत) था, जिसे जम्बू दीप कहते थे. पिछली सदी में पापिस्तान, बंगलादेश, भूटान, म्यामार, लंका, आदि भारत से अलग हुए, उससे पहले की सदी में अफगानिस्तान, तिब्बत अलग हुए थे, उससे कई सदी पहले कम्बोडिया, मलेशिया, इंडोनेशिया, आदि भारत से अलग हुए.
समस्त यूरोप और एशिया (जंबू दीप) में, भारतीय (आर्य) संस्कृति ही थी. इन सभी देशों में आज भी जगह जगह मंदिरों के अवशेष मिलते हैं. समय समय पर एक एक व्यक्तियों द्वारा समुदाय और पंथ बनते गए इन्होने हमारी भारतीय संस्क्रती को नुकशान पहुंचाया लेकिन हम लापरवाह बने रहे. इसी का परिणाम है कि - भारत इतना छोटा रह गया है.
आज भी भारत पर लगातार अन्दर और बाहर से हमला हो रहा है. आसुरी शक्तियां को भारत को तोडना चाहती है अभी भी अगर लापरवाह बने रहे तो वह दिन दूर नहीं जब भारत और छोटा अथवा ख़त्म हो जाएगा और यहाँ आसुरी शक्तियों का राज होगा. हम हिन्दुओ को अपने धर्म की रक्षा करनी है धर्म बचेगा तो देश बचेगा.
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