Friday, 2 December 2022

यूरेशिया

 यूरेशिया किसी एक छोटे से देश का नाम नहीं है बल्कि "यूरेशिया" का अर्थ है सारा यूरोप और सारा एशिया. उस जमाने में सारे यूरोप और एशिया पर ही आर्यों (हिन्दुओ) का राज था. सारा यूरोप और सारा एशिया मिलकर यूरेशिया कहलाता था. अतः इसमें कोई संदेह नहीं है कि आर्य (हिन्दू ) यूरेशिया के मूल निवाशी हैं.

पहले हमारा भारत बहुत विशाल था. सारा यूरोप और एशिया हमारा आर्यावर्त (भारत) था, जिसे जम्बू दीप कहते थे. पिछली सदी में पापिस्तान, बंगलादेश, भूटान, म्यामार, लंका, आदि भारत से अलग हुए, उससे पहले की सदी में अफगानिस्तान, तिब्बत अलग हुए थे, उससे कई सदी पहले कम्बोडिया, मलेशिया, इंडोनेशिया, आदि भारत से अलग हुए.
समस्त यूरोप और एशिया (जंबू दीप) में, भारतीय (आर्य) संस्कृति ही थी. इन सभी देशों में आज भी जगह जगह मंदिरों के अवशेष मिलते हैं. समय समय पर एक एक व्यक्तियों द्वारा समुदाय और पंथ बनते गए इन्होने हमारी भारतीय संस्क्रती को नुकशान पहुंचाया लेकिन हम लापरवाह बने रहे. इसी का परिणाम है कि - भारत इतना छोटा रह गया है.
आज भी भारत पर लगातार अन्दर और बाहर से हमला हो रहा है. आसुरी शक्तियां को भारत को तोडना चाहती है अभी भी अगर लापरवाह बने रहे तो वह दिन दूर नहीं जब भारत और छोटा अथवा ख़त्म हो जाएगा और यहाँ आसुरी शक्तियों का राज होगा. हम हिन्दुओ को अपने धर्म की रक्षा करनी है धर्म बचेगा तो देश बचेगा.
अब सारे यूरोप और एशिया में ही नहीं बल्कि समस्त विश्व में दैवीय भारतीय संस्कृति को फैलाना होगा और आसुरी शक्तियों को परास्त करना होगा, अमेरिका जो हमारी धरती के बिलकूल नीचे (अर्थात -पीछे ) है वह पाताल लोक था तथा प्राचीन साहित्य में बातये गए डराबने और काले रंग के लोग संभवतः अफ्रीका के लोग रहे होंगे.

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