Thursday, 1 July 2021

जाट

आज एक पोस्ट पर एक प्रश्न देखा कि - जाट कौन होते हैं ? उस पोस्ट पर कई लोग मुख्य बिषय पर बात करने के बजाय, एक दूसरे से लड़ते हुए ज्यादा दिखाई दे रहे थे. जाटों के बारे में मुझे जो जानकारी है उसके अनुसार यह यह पोस्ट लिख रहा हूँ. अगर किसी को आपत्ति होगी तो पोस्ट डिलीट कर दूंगा.

कहा जाता है कि- महाभारत के युद्ध के पश्चात लम्बे समय तक शान्ति हो गई थी और कोई बड़ा युद्ध नहीं हुआ था. तब ज्यादातर क्षत्रियों के अन्य व्यवसाय अपना लिए थे. कोई पशुपालन करने लगा, कोई खेती करने लगा, कोई लोहे के औजार बनाने लगा तो कोई स्वर्णआभूषण बनाने लगा, ......., आदि
युधिष्ठर महाराज ने संन्यास लेने से पहले परीक्षित को इंद्रप्रस्थ और हस्तिनापुर का राज्य सौंपकर, श्रीकृष्ण के प्रपौत्र बभ्रनाभ  (अथवा  वज्रनाभ ) को मथुरा मंडल के राज्य सिंहासन पर प्रतिष्ठित किया था. महाराजा बभ्रनाभ के वंशजो और अनुयाइयों ने शांतिकाल में कृषि एवं कृषि से जुड़े व्यवसायों को अपना लिया था.
कालांतर में ये जाट कहलाये. महाराजा सूरजमल भी अपने आपको इन्ही महाराज बभ्रनाभ का वंशज मानते थे. इस प्रकार जाटों को भगवान् श्रीकृष्ण का वंशज या अनुयायी कहा जा सकता है. इनकी सर्वाधिक संख्या भी ब्रजभूमि के आस पास ही है. कुछ लोग इन्हे भगवान् शिव के गणों का वंशज भी मानते है.
खैर जो भी हो लेकिन जाटों ने समय समय पर बहादुरी और देशभक्ति की मिशाल कायम की है. हिन्दू धर्म की रक्षा के लिए जाटों ने हमेशा ही विधर्मियों से टक्कर ली है. तैमूर का हमला हो या अब्दाली का, औरंगजेब से टक्कर लेनी हो या दंगाइयों से, जाटों ने सदैव अपनी बहादुरी का परिचय दिया है.
मुग़ल इतिहासकारों ने इनको लुटेरा भी माना है क्योंकि ब्रजक्षेत्र में जाटों ने मुग़लों को कभी भी चैन से नहीं रहने दिया. जाटों ने छपामार लड़ाई के द्वारा शक्तिशाली मुग़ल सेना को भी सदैव परेशान किया. उन पर हमले कर उनको मारा और उनसे वह माल छीना जो मुगलों ने मंदिरों से लूटा था.
मुग़ल मंदिरो को नष्ट करते थे और हिन्दुओं की आस्था पर चोट करते थे. तब इसका बदला लेने के लिए जाटों ने अकबर और जहाँगीर की कब्रों को खोदकर, उनके अवशेषों को भी कब्र से बाहर निकाल कर आग में जलाया. ये काम उन्होंने केवल जैसे को तैसा दिखाने के लिए किया था.
यदि किसी के पास और ज्यादा जानकारी हो तो बताने का कष्ट करे जिससे उसे पोस्ट में शामिल किया जा सके और अगर जाट बंधुओं को पोस्ट में कुछ गलत लगता हो तो वो भी नाराज होने के बजाये स्पष्ट बताने का कष्ट करे. उस स्तिथि में पोस्ट को डिलीट कर दिया जाएगा

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