कई सारे इंटर कॉलेज वाले इस बात से नाराज है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी अपने कॉलेजेज में एडमिशन के लिए CUET एग्जाम क्यों ले रही है. इसमें नाराजगी की क्या बात है ? हर कालेज / संस्थान / यूनिवर्सिटी को अधिकार है कि वह अपने स्टैण्डर्ड के अनुसार योग्य बच्चों का चयन करे और इसकी परीक्षा वह खुद ले. इसमे किसी को नाराज नहीं होना चाहिए।
बहुत सारे इंटर कालेज अपने यहाँ नक़ल करवाकर भी बच्चों को ज्यादा नंबर दिलबा देते हैं, अगर केवल 12 की पर्सेंटेज के हिसाब से ही एडमिशन दे दिया जाता है तो कई बार ऐसे कालेज के बच्चे अच्छी पर्सेंटेज होने के कारण नकलची बच्चे का चयन हो जाता है और सख्त एग्जाम से पास होने वाले अधिक योग्य बच्चों का एडमिशन होने से रह जाता है.
जबकि प्रवेश परीक्षा से पास होकर जो बच्चे एडमिशन लेते हैं वे उस संस्थान के मानकों के अनुसार योग्य होते है, CUET एग्जाम परेशानी क्या है ? जो बच्चा इंटर में 99% अंक ला सकता है वह CUET एग्जाम भी पास कर सकता है. इंजीनियरिंग, मेडिकल, कानून और मैनेजमेंट की पढ़ाई के लिए भी तमाम संस्थान अपने खुद के एंट्रेंस एग्जाम लेते हैं.
इंटर में पढ़ने वाले सभी होशियार बच्चे अपने बिषय के अनुसार कई सारे एग्जाम देते हैं, जिन एग्जाम को क्वालीफाई कर लेते है उनमे से सबसे बेहतर में एडमिशन ले लेते हैं. अभी हाल ही में मैं IIM में सलेक्ट हुए कुछ बच्चों से मिला, उनमे से सभी बच्चों के अंक इंटर में भी 95% से अधिक अंक है, उन बच्चों ने कई कई संस्थानो के इंट्रेंस एग्जाम क्लियर किये है.
उनमें से उत्तर भारत में रहने वाले लगभग हर बच्चे ने CUET का एग्जाम भी दिया था और उनमे से लगभग हर बच्चे के 700 से ज्यादा (800 में से) अंक हैं. मैं 780 अंक वाले कोभी जानता हूँ जो DU नार्थ कैम्पस के योग्य होने के बाबजूद वहां नहीं जाएंगे. उसका लाभ कम अंक पाने वाले बच्चों को भी मिलेगा जो फिलहाल अभी वोटिंग लिस्ट में हैं.
हर अच्छा इंजीनियरिंग कालेज JEE के माध्यम से, हर अच्छा मेडकल कालेज NEET के माध्यम से, हर अच्छा LAW कालेज CLAT के माध्यम से, हर अच्छा मैनेजमेंट कॉलेज अपने अपने IIM के लिए एग्जाम लेकर छात्र छात्राओं का चयन करता ह, वरना घर से बुलाकर इंजीनियरिंग, मेडिकल, BBA, BCA, LLB, आदि कराने वाले कॉलेजों की भी कमी नहीं है
अगर JEE, CLAT, NEET, IIM, CUET, आदि एग्जाम ख़त्म करके केवल 12वीं की पर्सेंटेज के आधार पर ही एम्स, IIT, IIM, आदि में एडमिशन देना शुरू कर दिया जाए तो क्या आपको लगता है कि वास्तव में योग्य छात्र / छात्राये ही इनमे जा सकेंगे ?
4कुंवर पवनीश तोमर व्याघ्र, Manoj Giri and 2 others
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