Sunday, 14 June 2020

ब्लड ग्रुपों के खोजकर्ता " कार्ल लैंडस्टीनर "

Image may contain: 1 personकिसी दुर्घटना, आपरेशन या बीमारी के कारण मनुष्य को खून की कमी हो जाती है, उस समय उसे किसी अन्य व्यक्ति का खून चढ़ाकर उनके प्राण बचाना आज एक आम बात है. सारी दुनिया में अनेकों लोग स्वेच्छा से रक्तदान करते हैं जिससे उनका खून किसी अन्य के काम आ सके.
रक्तदान से पहले रक्त की पहचान करना आवश्यक होता है कि - वह किस समूह का है. यदि किसी व्यक्ति को उसके ब्लड ग्रुप के बजाय किसी अन्य ब्लड ग्रुप का रक्त चढ़ा दिया जाए तो इससे जान बचने के बजाय जान जा सकती हैं. ब्लड ग्रुप के बारे 1900 से पहले कोई नहीं जानता था.
सन 1901 में आस्ट्रिया के चिकित्सा वैज्ञानिक "कार्ल लैंडस्टीनर" ने रक्त के आरएच फैक्टर की खोज की, विभिन्न समूहों को पहचाना और उनको वर्गीकृत किया. चिकित्सा वैज्ञानिक कार्ल लैंडस्टीनर का जन्म 14 जून 1868 को कार्ल लैंडस्टीनर का जन्‍म वियना (ऑस्ट्रिया) में हुआ था.
उन दिनों चिकित्सा वैज्ञानिक इस बिषय को लेकर काफी काम कर रहे थे कि आवश्यकता पड़ने पर एक व्यक्ति का खून दूसरे व्यक्ति को चढ़ाया जा सके, लेकिन इसमें कई बार हानि हो जाती थी, तब उन लोगों ने खून को दो वर्गों में बाँट दिया - एक अच्‍छा और एक बुरा.
कार्ल लैंडस्टीनर ने 1901 में पता लगाया कि- ऐसा इसलिए होता है क्‍योकि जो रक्‍त उसको चढाया जा रहा है उस रक्‍त में रक्त कोशिकाओं और थक्का जमाने वाले कारकों का पूर्ण रूप से अभाव होता है और रक्‍त का थक्‍का नही जम पाता है और मनुष्‍य की मृत्‍यु हो जाती है.
कार्ल लैंडस्टीनर ने वियना यूनिवर्सिटी हॉस्पिटलमें दर्जनों लोगों का खून का सेंपल लिया और उस खून के सेंपल से आर.वी.सी को रक्‍त से अलग करके अनेकों प्रयोग किये. उन्‍होने पाया कि कुछ नमूनों में खून थक्कों में बदल जाता था और कुछ में कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई
इसके बाद उन्होंने सिद्धांत दिया कि- सभी का रक्त एक सा नहीं होता है. अलग अलग लोगों के रक्त की कोशिकाओं में समानता भी हो सकती है और असमानता भी. उन्होंने मानव रक्त को पहले A,B और O में बांटा फिर इसमें भी निगेटिव / पॉजिटिव को अलग किया.
कार्ल लैंडस्टीनर की खोज को आधार बनाते हुए, 1907 में न्यूयॉर्क के सेनाई हॉस्पिटल में डॉक्टर "रूबिन ओटनबर्ग" ने पहली बार आधुनिक ब्लड ट्रांसफ्यूजन को अंजाम दिया. चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में यह खोज बहुत ही क्रांतिकारी साबित हुई.
कार्ल लैंडस्टीनर ने 1909 में पोलियो वायरस की खोज भी की. 1930 में इस महान चिकत्सा विज्ञानी को शरीर क्रिया विज्ञान और मेडिसन के क्षेत्र में की गई महान खोजों के लिए प्रसिद्ध नोबेल पुरस्कार भी मिलाम. इनको ट्रांसफ्यूजन मेडिसन के पितामह भी कहा जाता है.
Image may contain: 1 person, textस्वैच्छिक रक्तदान के इतिहास में आज का दिन बड़ा महत्वपूर्ण है. लोगों का जीवन बचाने के उद्देश्य से स्वैच्छिक रक्तदान करने वालो को धन्यवाद देने और अन्य लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित करने के लिए "कार्ल लैंडस्टीनर" के जन्मदिन (14 जून) को "रक्तदान दिवस' के रूप में मनाया जाता है

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